मालदीव में लगा आपातकाल
मालदीव में आपातकाल लगा दिया गया है । मालदीव भारत का एक पड़ोसी देश है जो कि हिंद महासागर में स्थित है । यह एक द्वीप समूह है जो कि लक्षदीप से काफी नजदीक है ।
मालदीव में आपातकाल लग गया है । वहां के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने पूर्व राष्ट्रपति महमूद अब्दुल गयूम और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश समय दो जजों को जेल में डलवा दिया है । भले ही यह मालदीव का अंदरूनी मसला हो लेकिन यह आपातकाल भारत के लिए चिंता का विषय है । भारत और मालदीव के बीच अब तक कूटनीतिक संबंध अच्छे रहे हैं लेकिन अब मालदीव का पलड़ा चीन की ओर झुकता जा रहा है । वहां पर सत्ता के बदले समीकरण की डोर भी चीन से जुड़ी है । मालदीव हिंद महासागर में भारत के दक्षिण पूर्व में स्थित है । इस क्षेत्र में चीन का वर्चस्व बढ़ाना भारत के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है ।
1965 में मालदीव को अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद भारत उन पहले देशों में शामिल था जिन्होंने मालदीव से कूटनीतिक संबंध बनाएं । इसके बाद दोनों के बीच आर्थिक ,रणनीतिक ,सैन्य और सांस्कृतिक संबंध मजबूत हुए । 1976 में दोनों ने अपने समुद्री सीमाएं निर्धारित की । 1981 में व्यापक व्यापार संधि पर हस्ताक्षर किए । दोनों देश सार्क और दक्षिण एशिया आर्थिक संघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल है।
दरअसल मसला यह है की मालदीव की सुप्रीम कोर्ट ने 9 राजनीतिक कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया था । यह सब मालदीव के सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के कहने पर हुआ । इस फैसले को मानने से इनकार करते हुए राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने देश में आपातकाल लागू कर दिया और चीफ जस्टिस अब्दुल्ला सईद व एक अन्य जज अल हमीद को गिरफ्तार कर लिया। राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के जज उनकी सरकार का तख्तापलट करने की साजिश रच रहे थे । इस बात की जांच के लिए उन्होंने देश में आपातकाल लगाया है।
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