Li-Fi - लाइट फिडेलिटी
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत इंटरनेट स्पीड के मामले में हमेशा जूझता रहा है । भारत में WiMax , broadband , आदि जैसी कई सुविधाएं उपलब्ध है । इनके अलावा भारत में 2जी , 3जी और 4जी इस्तेमाल करने वाले लोग बहुत सारे हैं । इसीलिए भारत में telecom sector को एक बड़ा बाज़ार माना जाता है । इतने सारे यूजर होने के बावजूद भारत ने इंटरनेट स्पीड में कभी वह गति हासिल नहीं कि जो दुनिया के बाकी देशों ने कुछ ही समय में हासिल कर ली । अब एक नई टेक्नोलॉजी का आगाज हुआ है । इस नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से इस समस्या का निदान हो सकेगा । इस नई टेक्नोलॉजी का नाम Li-Fi यानी कि लाइट फिडेलिटी है । क्या आपने इस टेक्नोलॉजी के बारे में सुना है ? आइए जानते हैं इस नई टेक्नोलॉजी Li-Fi के बारे में ।
निश्चित रुप से यह नई टेक्नोलॉजी भारत के communication technology में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगी । अब मैं आपको इस नई टेक्नोलॉजी के concept को समझाने का प्रयास करता हूं ।
Li-Fi एक बहुत ही सरल concept पे काम करता है । इसकी working काफी हद तक एक LED bulb जैसी होगी । LED bulb जैसा structure कुछ radiations छोड़ेगा जिसकी मदद से हमे इंटरनेट से जोड़ा जाएगा । आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि इस नई टेक्नोलॉजी से इंटरनेट की स्पीड कितनी होगी । यह आपकी सोच से परे है । Jio 4G ने लोगों को 50-60 mbps की स्पीड प्रदान की है जो लोगों को अत्यंत पसंद आई है । लेकिन इस नई टेक्नोलॉजी की मदद से इंटरनेट की स्पीड एक नई ऊंचाइयों को छुएगी। इस टेक्नोलॉजी से इंटरनेट की स्पीड होगी 234 gbps
हमारे सूत्रों के मुताबिक यह पता चला है कि Li-Fi नैनो टेक्नोलॉजी पर काम करेगा । इसी की वजह से इसकी स्पीड बेहद शानदार होगी , और स्पीड में कोई गतिरोध नही होगा । यह टेक्नोलॉजी हमारे लिए सुविधा नहीं बल्कि एक जरूरत का काम करेगी । इसमे line of sight नही है । यही इसकी एक मात्र कमी है । line of sight न होने का मतलब है की कोई भी physical barrier जैसे कि दीवार , इसका रास्ता रोक सकती है । मतलब की यह वही तक काम करेगा जहा तक LED जैसे structure की रोशनी पहुचेगी ।
इस मुद्दे पर अभी तक भारत सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया है । इसीलिए इस टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने के लिए भारत में काम शुरू नहीं हो पाया है ।
यह था सब कुछ Li-Fi के बारे में ।
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